Description
भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में अपनी बहुमुखी प्रतिभा से कभी न मिटनेवाली नाममुद्रा अंकित करनेवाले युगप्रवर्तक संगीतकार, वाग्गेयकार, गायक पंडीत कुमार गंधर्व की नब्बेवी जन्मजयंती के उपलक्ष्य में 'कालजयी कुमार गंधर्व' यह ग्रंथ दो भागों में संपादित किया गया है। पंडित कुमार गंधर्व की प्रखर प्रतिभा, प्रयोगशीलता के संदर्भ में उनकी सांगीतिक विचारशीलता का मर्म समझाने का प्रयास इन ग्रंथो में किया गया है। हिंदी-अंग्रेजी(संयुक्त) एवं मराठी भाषाओं में छपे यह दोनों ग्रंथ स्वतंत्र हैं। इनमें समाविष्ट किये गए लेख भाषांतरित न होकर भिन्न भिन्न है। कभीभी, किसीभी पृष्ठ को खोलकर पढने का आनन्द पाठकों को इन संग्राह्य ग्रंथों के माध्यम से मिल सकेगा।